
तस्वीर 26 अप्रैल को झारखंड ATS के रेड और संदिग्धों को पकड़ने की है।
धनबाद के वासेपुर से गिरफ्तार 4 संदिग्ध आतंकवादी संगठन के सदस्य निकले हैं। झारखंड ATS ने चारों संदिग्धों को शनिवार को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार संदिग्धों में गुलफाम हसन, आयान जावेद, शहजाद और शबनम परवीन थे।
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ATS की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये सभी आतंकी संगठन हिज्ब-उत-ताहिर (एचयूटी), अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस), ISI और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि ये सभी सोशल मीडिया की मदद से युवाओं को गुमराह कर रहे थे। पूछताछ के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है।

शनिवार को ATS की रेड के दौरान पुलिस तैनात थी।
NIA की हो सकती है एंट्री
NIA की जांच में यह खुलासा हो चुका है कि हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, और आंध्र प्रदेश में तेजी से स्लीपर सेल तैयार कर रहा है। अब झारखंड के धनबाद में भी इस संगठन से जुड़े संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
संभावना है कि इस मामले में NIA की एंट्री हो सकती है। धनबाद से गिरफ्तार चारो संदिग्ध युवा हैं। सभी की उम्र 30 साल से कम है।
आयान और शबनम कंप्यूटर के एक्सपर्ट
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार आयान और शबनम कंप्यूटर के एक्सपर्ट हैं। ये दोनों स्लीपर सेल को हैंडल करने की जिम्मेदारी थी। ATS ने उनसे पेन ड्राइव, कंप्यूटर का हार्ड डिस्क, मोबाइल समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किया है।
रांची, लोहरदगा के बाद अब धनबाद नया ठिकाना बना
धनबाद में भी स्लीपर सेल बनाने की तैयारी कर रहे थे। उनकी योजना थी कि स्लीपर सेल के माध्यम से विभिन्न इलाकों में हमलों को अंजाम दिया जाए और अशांति फैलाई जाए। माना जा रहा है कि रांची, लोहरदगा के बाद धनबाद के युवाओं को जोड़ने की तैयारी थी। जांच एजेंसियां रांची के चान्हो और लोहरदगा से आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। लोहरदगा के मिल्लत कॉलोनी से फैजान अंसारी नाम के युवक को एनआईए ने गिरफ्तार किया था।
फैजान ISIS के संपर्क में आकर प्रभावित हो गया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) से जुड़े डॉ. इश्तियाक को बरियातू और चान्हो से मदरसा संचालक को गिरफ्तार किया था। ये भी युवाओं को संगठन से जोड़ कर उन्हें राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए हथियार प्रशिक्षण देने की योजना बना रहे थे।

शनिवार को ATS की टीम धनबाद के वासेपुर पहुंची थी।
हिज्ब-उत-ताहिर का येरूशलम में हुआ गठन, अक्टूबर 2024 से बैन
हिज्ब-उत-तहरीर का गठन साल 1953 में येरूशलम में हुआ था। केंद्र सरकार ने आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने के आरोप में अक्टूबर 2024 में ग्रुप को बैन कर दिया था। इस पर नागरिकों को जिहाद के नाम पर ISI में शामिल कराने का आरोप है।
खुद का मकान होने के बाद भी किराए पर रहता था आयान
आयान का अमन सोसाइटी में बड़ा मकान है। इसके बावजूद वह तीन महीने से पत्नी शबनम के साथ शमशेर नगर में किराए पर रहता था।
शबनम बच्चों को अंग्रेजी, उर्दू और हिंदी पढ़ाती थी। आयान ने बाइपास रोड में द ब्रांड हाउस के नाम से कपड़ों का शोरूम खोल रखा था। ———————– ATS रेड से जुड़ी इस खबर को पढ़ें… रांची में आतंकी संगठन HUT पर पहली FIR:झारखंड ATS के पास इनपुट, युवाओं को गुमराह कर बना रहे थे नेटवर्क; 2024 में हुआ बैन

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में आक्रोश है। इसी बीच शनिवार को धनबाद में झारखंड एटीएस ने छापेमारी की। एटीएस को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी), अलकायदा इन इंडियन सब कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) और आईएसआईएस से जुड़े लोग राज्य के युवाओं को गुमराह कर अपने नेटवर्क से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस छापेमारी के दौरान टीम ने धनबाद के बैंक मोड़ के अलीनगर निवासी गुलफाम हसन, भूली ओपी क्षेत्र के अमन सोसाइटी निवासी आयान जावेद, उसकी पत्नी शबनम परवीन और शहजाद को अरेस्ट किया है। यहां पूरी खबर पढ़ें…