प्रयागराज महाकुंभ से चर्चा में आईं हर्षा रिछारिया ने सोमवार सुबह वृंदावन से संभल के लिए पदयात्रा शुरू की। हर्षा बांके बिहारी का जयकारा लगाते हुए वृंदावन से निकलीं। साधु-संत और सैकड़ों समर्थक उनके साथ चल रहे हैं। समर्थकों ने साधु-संतों और हर्षा पर फूल
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इससे पहले सुबह हर्षा ने मंदिर पहुंचकर शिव और भगवान राम की पूजा की। पदयात्रा में शामिल होने के लिए मथुरा में कृष्ण जन्मस्थान के पास रहने वाली अलीशा खान भी टीका लगाकर पहुंचीं। वह नकाब पहने थी।
अलीशा का कहना है सनातन में महिलाओं का सम्मान है। हमारे यहां यह सब नहीं है। लड़कियों को बंद रखा जाता है। इज्जत नहीं है। सनातन में लड़कियों को लक्ष्मी स्वरूप माना जाता है। अलीशा ने 8 महीने पहले सचिन से लव मैरिज की है।
पदयात्रा पर हर्षा का कहना है कि यह यात्रा हिंदू धर्म से विमुक्त हो चुके युवक-युवतियों को सनातन मार्ग पर वापस लाने के लिए है। पदयात्रा वृंदावन से शुरू होकर 175 किमी की दूरी तय कर 20 अप्रैल को संभल पहुंचेगी। 21 अप्रैल को यात्रा का समापन कार्यक्रम होगा।
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