
नई दिल्ली39 मिनट पहलेलेखक: एम. रियाज हाशमी
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बैसरन घाटी के घटनास्थल से AK-47 असॉल्ट राइफल, M4A-1 कार्बाइन और HK-416 असॉल्ट राइफल के खोखे मिले: सूत्र (फाइल फोटो)
पहलगाम हमले के एक हफ्ते बाद अब धीरे-धीरे जांच एजेंसियों को आतंकी हमले की साजिश के सबूत मिलने लगे हैं। एजेंसियों की प्राइमरी इंवेस्टिगेशन जांच और खुफिया जानकारी के मुताबिक, हमले से पांच दिन पहले बैसरन एरिया में एक अज्ञात DJI ड्रोन को उड़ता देखा गया था। इसके अलावा घोड़ेवालों से रेकी करवाने का शक भी है। जांच में ऐसे कई अहम खुलासे हुए हैं।
4 पॉइंट्स में प्राइमरी जांच में हुए खुलासे को जानिए…
- बैसरन घाटी पर हमले से 5 दिन पहले ड्रोन उड़ते देखा गया। जांच एजेंसी के मुताबिक, इसका इस्तेमाल जगह की रेकी करने और संभावित भीड़ का आकलन करने के लिए किया गया हो सकता है।
- जांच एजेंसियां इसरो की मदद से यह पता करने की तलाश में है कि क्या पहलगाम में असामान्य रेडियो सिग्नल ट्रैफिक देखा गया। ऐसा अनुमान है कि हथियारों की खेप भी ड्रोन से घाटी में पहुंचाया गया होगा।
- एजेंसियों को शक है कि आतंकियों ने घोड़ेवालों को पैसे देकर क्षेत्र की रेकी करवाई थी। पर्यटकों के बीच घुलने-मिलने के लिए स्थानीय वेशभूषा और लोकल आईडी कार्ड इस्तेमाल किए।
- हमले के बाद आतंकी बैसरन से आरू-नगबल के ऊपरी घने इलाकों की तरफ बढ़े, जहां से सीधा नगबल नाला और फिर पश्चिम की तरफ खिरम और श्रीशैलम के इलाकों तक जाया जा सकता है। वहीं आरू के ऊपर स्थित छोटे ट्रैकिंग रूट्स से नीचे घाटी के घने इलाकों में पुलवामा या अनंतनाग की ओर रास्ते हैं। हमले के बाद के इन रास्तों पर हलचल देखी गई थी।

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सेना के जवान घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए।
पाकिस्तान ऐसे पाल रहा है आतंकवाद
- अत्याधुनिक हथियार: सूत्रों के मुताबिक बैसरन घाटी के घटनास्थल से AK-47 असॉल्ट राइफल, M4A-1 कार्बाइन और HK-416 असॉल्ट राइफल के खोखे मिले। ये पाकिस्तानी आर्मी स्टॉक या तालिबान से जुड़े हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी से फंडिंग की जा रही है: TRF के फंडिंग स्रोतों में 60% राशि क्रिप्टोकरेंसी से भेजी जा रही है। बिटकॉइन का प्रयोग हो रहा है। इनका लिंक दुबई, मलेशिया और तुर्की के अकाउंट्स से मिला है।
- ISI की गतिविधियां इंटरसेप्ट: पाक खुफिया एजेंसी ISI LoC के पार 5 लॉन्चपैड्स पर निगरानी कर रही है। 2 मुजफ्फराबाद और 3 नीलम घाटी के पास हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने कम्यूनिकेशन रिपोर्ट्स और सैटेलाइट इमेजिंग से यह पुष्टि की।
- ट्रेनिंग के लिए छोटे-छोटे कैंप चला रहे: पाकिस्तान ने अपने पुराने आतंकी ट्रेनिंग कैंपों को ‘डिसमेंटल’ दिखाया है लेकिन ये अभी भी छोटे-छोटे कैंप के रूप चल रहे हैं, जो सैटेलाइट से पकड़ना मुश्किल है।
NIA ने केस दर्ज किया, कई राज्यों में टीमें पीड़ित परिवारों से मिलीं
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पहलगाम आतंकी हमला मामले में जम्मू में केस दर्ज किया है। इसमें सर्चिंग में मिले सबूतों और चश्मदीदों के बयानों को आधार बनाया गया है। NIA की टीमों ने महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में पीड़ितों परिवार के सदस्यों के बयान लिए हैं।
सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में पिछले तीन दिनों में 10 आतंकियों के घर ब्लास्ट से उड़ा दिए। बीते दो दिन में 272 पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़कर जा चुके हैं। 13 डिप्लोमैट-अफसरों समेत 629 भारतीय, पाकिस्तान से लौटे हैं।

पहलगाम हमले की जांच में रूस-चीन को शामिल करना चाहता है पाकिस्तान
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक पाकिस्तान चाहता है कि पहलगाम आतंकी हमले की जांच में रूस और चीन भी शामिल हों। हाल ही में रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी रिया नोवोस्ती न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा- मुझे लगता है कि रूस, चीन या पश्चिमी देश इस संकट में बहुत ही सकारात्मक रोल निभा सकते हैं। उन्हें एक जांच समिति गठित करनी चाहिए, जो ये जांच करे कि पीएम नरेंद्र मोदी झूठ बोल रहे हैं या सच। अंतरराष्ट्रीय टीम यह जांच करे।
रूसी न्यूज एजेंसी से आसिफ ने ये भी कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी इंटरनेशनल टीम से जांच की बात कह चुके हैं।
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