चक्काजाम के दौरान कलेक्टर ने माइक लेकर लोगों को समझाया और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
गुना में शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले जा रहे जुलूस पर पत्थरबाजी के बाद FIR दर्ज की गई है। भाजपा पार्षद ओमप्रकाश कुशवाह गब्बर की शिकायत पर पांच नामजद और 15-20 अज्ञात आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार 9 लोगों को गिरफ्तार क
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आरोपियों पर हत्या के प्रयास, मारपीट, तोड़फोड़, बलवा की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। भाजपा पार्षद ने अपनी शिकायत में गोली चलने तक की बात कही है। रविवार सुबह भाजपा पार्षद ने FIR में आरोपियों के नाम बढ़ाए जाने के लिए आवेदन दिया।
पत्थरबाजी की घटना के विरोध में आज रविवार को करणी सेना ने गुना बंद का आह्वान किया था, लेकिन रविवार को बाजार खुला हुआ है। पुलिस ने पत्थरबाजी के आरोप में समीर, सोनू, अनस, शकील, साहिल, सौरभ, तोईद, अतीक, विक्की पठान को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें विक्की और समीर पिता-पुत्र हैं।
मस्जिद के सामने हुआ था हंगामा शनिवार को हनुमान जयंती पर शाम 4 बजे शिवाजी नगर माता मंदिर से जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में आगे डीजे चल रहा था और पीछे युवा नाचते हुए आगे बढ़ रहे थे। यह जुलूस शाम लगभग 7:30 बजे कर्नलगंज इलाके में पहुंचा और मस्जिद के सामने रुका।
थोड़ी देर बाद यहीं पर जुलूस के ऊपर पत्थर फेंका गया। इसी के बाद हालत बिगड़ गए। दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को वहां से खदेड़ा।
देर रात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एसपी संजीव कुमार से बात कर हालात की जानकारी ली।

चक्काजाम के दौरान युवाओं ने कलेक्टर और एसपी की गाड़ी रोक ली।
पथराव के बाद हनुमान चौराहे पर चक्काजाम पथराव के बाद जुलूस में शामिल लोग हनुमान चौराहे पर पहुंचे। यहां उन्होंने चक्काजाम शुरू कर दिया। प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें समझाकर कोतवाली थाने जाने को कहा। इसके बाद प्रदर्शनकारी कोतवाली थाने के लिए रवाना हुए और चक्काजाम खत्म किया। कलेक्टर किशोर कान्याल और एसपी संजीव कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालातों का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों से बात की।

जयस्तंभ चौराहे पर युवाओं ने एक ट्रक रोक लिया।
कोतवाली से फिर रपटे पर पहुंचे युवा जैसे ही पथराव की खबर शहर में फैली, और ज्यादा लोग कोतवाली में जुटने लगे। यहां से सभी कर्नलगंज के लिए निकले। युवाओं ने रास्ते में रखी ईंटों को उठा लिया। हालांकि, रपटे पर पहुंचने पर वहां मौजूद पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया। खदेड़े जाने के बाद सभी फिर कोतवाली पहुंच गए। गुना विधायक पन्नालाल शाक्य भी कोतवाली पहुंचे और कार्रवाई की बात कही।

शहर के कर्नलगंज में मस्जिद के सामने हंगामा हुआ।
FIR होने के बाद जयस्तंभ चौराहे पर चक्काजाम कोतवाली थाने में एफआईआर की प्रक्रिया चल ही रही थी, इधर युवाओं ने जयस्तंभ चौराहे पर फिर चक्काजाम कर दिया। इसी दौरान वहां से गुजर रहे कलेक्टर और एसपी की गाड़ी को भी इन्होंने रोक लिया। अधिकारी गाड़ी से उतरे। कलेक्टर किशोर कान्याल ने माइक लेकर सभी को समझाया कि कार्रवाई हो रही है, चक्काजाम न करें। इसके बाद सभी लोग वहां से हटे। हालांकि, देर रात 12 बजे तक युवा कोतवाली के आसपास डटे रहे।

जुलूस पर पथराव के दौरान गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई।
एफआईआर में फायरिंग तक की बात भाजपा पार्षद ओमप्रकाश कुशवाह गब्बर ने जो एफआईआर दर्ज करवाई है उसमें लिखा है….
12 अप्रैल 2025 को शाम 4 बजे हर साल की तरह शिवाजी नगर माता मंदिर से हनुमान जयंती का जुलूस निकला, जिसमें लगभग 100 लोग शामिल थे। जुलूस में एक डीजे पीछे चल रहा था, जो शाम करीब 7:45 बजे कर्नलगंज मस्जिद के पास पहुंचा।
मस्जिद के पास डीजे चल रहा था, तभी कर्नलगंज निवासी विक्की पठान अपने दो-तीन साथियों के साथ आया। उसने डीजे बंद करके तुरंत आगे बढ़ने को कहने लगा। इसके बाद मस्जिद और आसपास से कुछ लोग आ गए। इसके बाद विवाद शुरू हो गया।
अचानक मस्जिद के ऊपर से, विक्की के घर और आसपास से पत्थरबाजी शुरू हो गई। जुलूस में शामिल लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे। इस दौरान विक्की के लड़के आमीन ने थार गाड़ी चला रहे रजत ग्वाल पर पिस्टल से फायर किया, जो उनके कान के पास से निकली।
गुड्डू खान ने रजत पर लुहांगी से वार किया, जिससे उनके हाथ में चोट आई। विक्की और उसके लड़के तौफीक खान, गुड्डू खान और अन्य 15-20 साथियों ने मिलकर पत्थर, लाठी और लुहांगी से हमला किया।
इस हमले में राजकिशोर, बंटी कुशवाह, अभिषेक धाकड़, विशाल अनोटिया, अनुल अनोटिया, अभिषेक कुशवाह, सुग्रीव सेन, अकुल कुशवाह, पवन कुशवाह और अन्य लोग घायल हुए। आरोपियों ने गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। घटना के वीडियो बनाए हैं। आशंका है कि दंगे की साजिश थी पहले से थी।

पार्षद ओमप्रकाश कुशवाह का कहना है कि जुलूस की अनुमति के लिए ये आवेदन दिया था।
अनुमति को लेकर भी सवाल इस मामले में जुलूस की अनुमति को लेकर भी विवाद की स्थिति है। आयोजकों का कहना है कि उन्होंने कार्यक्रम की अनुमति ली थी, जबकि प्रशासन इसे नकार रहा है। आयोजकों ने 7 अप्रैल का एक पत्र भी जारी किया है। यह पत्र जुलूस की अनुमति के लिए एसडीएम शिवानी पांडे को लिखा गया है। वहीं एसपी संजीव कुमार सिन्हा का कहना है कि उन्होंने एसडीएम से जानकारी ली है। जुलूस निकालने की कोई अनुमति उनके कार्यालय से नहीं दी गई है।

विधायक पन्नालाल शाक्य ने मामले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
मामले में किसने क्या कहा…
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, इस तरह से धार्मिक उन्माद फैलाना और हिन्दू यात्रियों को रोकने की कोशिश करना उचित नहीं है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, देश विरोधी ताकत तो जवाब दिया जाएगा। सरकार संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। सभी के त्योहार पर सामंजस्य बनाकर काम किया जाता है। प्रदेश का वातावरण खराब नहीं होने देंगे। ऐसी ताकतों को कड़ा जवाब देने के लिए सरकार की अलर्ट है।
घटना की मूल खबर यहां पढ़ें…
हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव: गुना में लोगों ने किया चक्काजाम; कलेक्टर-एसपी की गाड़ी रोकी

गुना के कर्नलगंज में निकल रहे हनुमान जयंती के जुलूस पर पत्थर फेंका गया। इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। जुलूस के साथ वाले लोगों ने हनुमान चौराहे पर आकर चक्काजाम शुरू कर दिया। हालांकि, प्रशासन ने उन्हें वहां से हटा दिया। पढ़ें पूरी खबर…
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शोभायात्रा के बीच मांस का टुकड़ा मिला, पन्ना में हिंदू संगठनों ने किया विरोध

पन्ना जिले के पवई में हनुमान जयंती पर शनिवार रात निकली शोभायात्रा जब फारुखीबाद मोहल्ले पहुंची तो सड़क पर उपद्रवियों ने मांस के टुकड़े फेंक दिए। इस घटना से नाराज होकर शोभायात्रा रोक दी गई। हिंदू संगठनों ने विरोध करना शुरू कर दिया। शोभायात्रा को रोककर उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। मौके पर मौजूद थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने उपद्रवियों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत करवाया, जिसके बाद शोभायात्रा दोबारा शुरू हुई। पढ़ें पूरी खबर…